अमेरिका का कोलोराडो वैसे तो अपनी नेचुरल ब्यूटी के लिए जाना जाता हैं। लेकिन ये एक भुतहा होटल की वजह से भी काफी ज्यादा महशूर हैं। खूबसूरत पहाड़ों को देखने वाले सभी टूरिस्ट यहाँ से रात होने से पहले निकल लेते हैं। ऐसा कहा जाता है कि सूरज डूबने के बाद स्टेनली होटल में रहस्यमयी शक्तियां का वास हो जाता है, जो यहां के पूरे इलाके को सबसे ज्यादा प्रभावित करती हैं। इतना ही नहीं आसपास के लोगों ने यहां भूतों के निवास का दावा भी किया हैं। ये घटनाएं सालों से लगातार जारी हैं।
100 साल पुराना होटल.
ये होटल लगभग 100 साल पुराना पुराना हैं। 138 कमरों वाले इस होटल को 1909 में फ्रीलेन ऑस्कर स्टेनली और उनकी वाइफ फ्लोरा स्टेनली ने बनवाया था। होटल और रिसॉर्ट की शुरुवात में ही यहां कई गेस्ट्स को अज्जेब से अहसास होने लगे। बता दे कुछ गेस्ट्स की तो यहां अचानक मौत भी हो चुकी हैं। उनकी मौत के बाद ये कुछ समय के लिए होटल बंद रहा। लेकिन कुछ समय बाद इसे फिर से शुरू कर दिया गया।
लेखक ने भूत देखकर लिखी किताब
बता दे लेखक स्टीफन किंग अपनी पत्नी और बेटे के साथ यहां रुके थे। बर्फबारी के लगातार होने की वजह से उन्हें रात वही गुजारनी पड़ी। उस वक़्त लेखक होटल में अकेले गेस्ट थे। लेखक को जल्दी ही उस होटल में बहुत के होने का पता चला। बता दे रात में जब उनका बेटा गैलरी में खेल रहा था। तब उसके पीछे उन्होंने एक खौफनाक परछाई देखी। ये देख स्टीफन कांप गए और अगले दिन उन्होंने होटल खाली कर दिया। जिसके बाद उन्होंने इसके ऊपर एक किताब भी लिखी।
लेखक के कमरे में हुआ था बड़ा हादसा
लेखक ने अपनी किताब में कई सारी बातों का जिक्र किया हैं। जिसे पढ़ने के बाद लोगों के रोंगटे खड़े हो गए। बता दे लेखक उस दिन रूम नंबर 237 में रुके थे। लेखक के रूम खाली करने के बाद उन्हें स्टाफ ने बताया कि 237 पहले 217 हुआ करता था। होटल शुरू होने के कुछ सालों बाद एक दिन एक क्लीनर इसी रूम को साफ करने पहुंचा था। इस रूम से निकली एक पाइप से गैस लीक हो रही थी और किसी को इस बात का पता नहीं था। जैसे ही क्लीनर हाथ में मोमबत्ती लेकर रूम में घुसा वो धमाके के साथ जल गया। जिसके बाद ये कहा गया कि उस कमरे में उसकी आत्मा निवास करती हैं।
अपने आप जलती हैं लाइटे
यहां कोई भी व्यक्ति रात गुजारने की हिम्मत नहीं करता। आसपास के गाँव के लोग बताते हैं कि रात को यहां से अजीबोगरीब आवाजें आती है। कई बार तो यहाँ अपने आप ही रात को लाइटे जल जाती हैं। जबकि होटल की बिजली बंद है। ना तो सरकार और ना ही होटल के वारिसों ने यहां कुछ भी करने का सोचा है।