आपको आने वाले कुछ दिनों में दिल्ली पुलिस (Delhi Police) से मदद मांगी होगी तो 100 नम्बर की जगह 112 नम्बर (112 number) पर कॉल करना होगा. इसके लिए दिल्ली पुलिस ने (पीसीआर नम्बर 112) पर ट्रायल (Trial) शुरू कर दिया है. लेकिन मजे की बात यह है कि ट्रायल के दौरान ही दिल्ली पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. दिल्ली पुलिस के 112 नम्बर पर परेशानी में डालने वाली तरह-तरह के कॉल्स (Various calls) आ रहे हैं. कोई फोन कर कह रहा है कि मेरे मोबाइल नम्बर पर 10 रुपए का रीचार्ज करवा दो तो कोई कह रहा है कि मेरे मोबाइल का नेटवर्क ठीन नहीं आ रहा है.
जानकारी के मुताबिक, पीसीआर के इस नए नंबर 112 पर हर दिन करीब साढ़े तीन लाख ऐसे कॉल्स आ रहे हैं, जिनका पुलिस से कोई लेना-देना नहीं है. पुलिस का कहना है कि दिल्ली पुलिस ने पीसीआर का जो नम्बर 112 शुरू किया है, उससे मिलता- जुलता नम्बर मोबाइल कंपनियों के कॉल सेंटरों का भी है. यही वजह है कि लोग फोन मिलाना तो चाहते हैं मोबाइल कॉल सेंटर को लेकिन फोन लग जाता है, दिल्ली पुलिस के पीसीआर को. जब पुलिस फोन उठाती है तो फोन करने वाले पुलिस को ही अपनी मोबाइल से संबंधित शिकायत करने लगते हैं.
कहा जा रहा है कि इस तरह की ब्लैंक और बेकार के करीब साढ़े तीन लाख कॉल हर दिन पुलिस को मिल रहे हैं. एक अधिकारी ने बताया कि इसमें एक और समस्या आ रही है कि जिन लोगों के पास स्मार्ट फोन न होकर बेसिक कीपैड वाले फोन हैं, असल में उनमें पांच नंबर को अगर कुछ देर तक दबाया जाता है तो वह ऑटोमेटिक ही पुलिस हेल्पलाइन नंबर 112 पर मिल जाता है.
नवभारत टाइम्स के मुताबिक, दूसरे स्मार्ट फोन के पावर बटन को भी तीन बार दबाने पर यह पीसीआर में मिलता है. लेकिन अधिकतर लोग अपने मोबाइल फोन में इन बटनों को दबाने में सावधानी नहीं बरत रहे हैं यही वजह है कि उनकी कॉल पुलिस हेल्पलाइन के नए नंबर पर मिल रही है. ऐसे में पुलिस को अपनी इस नई सर्विस को शुरू करने में काफी परेशानियां आ रही हैं. पुलिस का कहना है कि 112 नंबर को अब आधिकारिक रूप से लांच किया जाएगा. इस नंबर के साथ-साथ कुछ समय तक 100 नंबर भी चालू रहेगा.