देशभर के लोग इन दिनों नवरात्री पर्व मना रहे हैं और इसी के साथ डांडिया के जश्न में डूबे हैं। हर साल की तरह इस साल भी नवरात्रों में गुजरात में गरबा और डांडिया नृत्य की धूम होती है। महिलाओं में इस परंपरा को लेकर काफी क्रेज होता है। लेकिन इस बार गुजरात के सूरत शहर में नवरात्र की शुरुआत कुछ खास अंदाज में हुई। यहां रविवार को एक गरबा परफ़ॉर्मेंस के दौरान डांस ग्रुप के लोग हेलमेट पहने नजर आए। लोगों में सड़क सुरक्षा के प्रति जागरूकता फैलाने के मकसद से इस कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
गरबा में शामिल ग्रुप मेंबर्स का कहना है कि ऐसा करके वे हेल्मेट पहनने वाले लोगों का उत्साहवर्धन भी कर रहे हैं। यह नजारा सूरत के वीआर मॉल में देखने को मिला। यहां गरबा नृत्य कर रहे लोग सिर में हेलमेट लगाकर जुगलबंदी करते नजर आए। युवाओं की जोड़ी सिर में हेलमेट लगाकर गरबा की धुन पर झूमती दिखी। गरबा ग्रुप के एक सदस्य ने बताया, ‘हेलमेट पहना और सीट बेल्ट का इस्तेमाल करना हर किसी की सुरक्षा के लिए जरूरी है और सभी को इसका पालन करना चाहिए। इसे सरकार द्वारा जबरन लागू नहीं कराया जाना चाहिए क्योंकि इससे कोई फायदा नहीं होगा। लोगों को इसे एक आदत के रूप में अपनाना चाहिए, जिससे वे अपने जीवन में त्योहारों का लंबे वक्त तक आनंद उठा सकें।’
गणेश पंडाल में हेलमेट पहन कर पहुंचे भक्त
ऐसा ही कुछ नजारा गुजरात में पहले भी देखा जा चुका है। गणेश चतुर्थी के दौरन भगवान गणेश के पंडाल में लोग हेलमेट पहनकर आरती करते नजर आए। सूरत के वेसु इलाके में स्थित नंदनी-1 में अन्य गणेश पंडालों की तरह ही भगवान गणेश की विदाई के लिए आरती का आयोजन किया गया था लेकिन आरती में शामिल होने वाले ज़्यादातर भक्त हेलमेट पहनकर पहुंचे। बप्पा की आरती करने पहुंची कुसुम कोठारी नाम की महिला ने कहा कि हेलमेट पहनकर भगवान गणेश की आरती के जरिए वो ये संदेश देना चाहती हैं कि हर किसी को हेलमेट पहनना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने जो बदलाव किए हैं वो सुरक्षा के लिए ही हैं।
बता दे, देशभर में 1 सितंबर से नया मोटर व्हीकल एक्ट लागू हुआ है। जिसके बाद ट्रैफिक नियमों का उल्लंघन करने वालें लोगों पर भारी जुर्माना लगाया जा रहा है। बगैर हेल्मेट और सीट बेल्ट का चालान 300 से 1 हजार रुपये का हो गया है। वहीं शराब पीकर वाहन चलाने और ओवर स्पीड चलने पर चालान 10 हजार रुपये का चालान है। रेड लाइट जंप करना एक अपराध की श्रेणी में आ गया है जिसमें जुर्माने के साथ 6 से 12 महीने तक की जेल भी हो सकती है। इसी तरह अन्य तरीकों से ट्रैफिक नियम तोड़ना आपकी सुरक्षा के साथ जेब पर भी भारी पड़ सकता है।