छत्तीसगढ़ पुलिस का मोबाइल एप्प “सिटीजन कॉप” को अब पूरे देश में लागू किया जा सकता है. माइक्रो मिशन-03 के तहत बीपीआर एंड डी (BPR&D) नई दिल्ली द्वारा इस एप्प को चयनित किया गया है. बीपीआरडी नई दिल्ली द्वारा सिटीजन कॉप की उपयोगिता और फीचर्स को बारीकी से जानने के लिए छत्तीसगढ़ ईओडब्ल्यू (EOW) के एडीजी जीपी सिंह को आमंत्रित किया गया था. जीपी सिंह (GP Singh) द्वारा सिटीजन कॉप का यहां लाइव डेमोस्ट्रेशन दिया गया. इस दौरान पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो, गृह मंत्रालय, नई दिल्ली के डीजी, एडीजी, आईजी और डीआईजी सहित अन्य अधिकारी मौजूद रहे. एडीजी जीपी सिंह (ADG GP Singh) बताया कि बीपीआर एंड डी नई दिल्ली के डीजी वीएसके कौमुदी द्वारा सिटीजन कॉप एप्प की सराहना की गई है और संभव है कि इसे पूरे देश में लागू किया जा सकता है. इसकी उपयोगिता की सभी ने तारीफ की है. इससे अपराधों पर लगाम लगाने में काफी हद तक सफलता मिल सकती है.
छत्तीसगढ़ में साल 2015 से हुई थी शुरुआत सिटीजन कॉप मोबाइल एप्प को जीपी सिंह द्वारा रायपुर आईजी रहते हुए उनके कार्यकाल में 8 सितम्बर 2015 को रायपुर रेंज के 5 जिलों में लागू कराया गया था, जो वर्तमान में प्रदेश के 11 जिले में संचालित किया जा रहा है. वर्तमान में सिटीजन कॉप के छत्तीसगढ़ राज्य में लगभग 1.25 लाख यूजर्स सहित देश भर में 3.5 लाख से अधिक यूजर्स सक्रिय हैं. जीपी सिंह ने बताया कि सिटीज़न कॉप मोबाइल एप्प के जरिए पुलिस ने लगभग 50 करोड़ रुपए कीमत के 35 हजार चोरी/गुम मोबाइल फोन रिकवर कर उनके मूल मालिकों को लौटाया गया है.
2016 में मिला था डिजिटल इंडिया अवार्ड
सिटीजन कॉप को भारत सरकार द्वारा साल 2016 में प्लेटिनम कैटेगरी में “डिजिटल इंडिया अवॉर्ड” और फिक्की द्वारा साल 2015 में “स्मार्ट पोलिसिंग अवॉर्ड” से सम्मानित किया गया है।सिटीजन कॉप एप्प में हर राज्य के पुलिस की जरूरत के मुताबिक नए फीचर्स जोड़े और कस्टमाइज किए जा रहे हैं. इस एप्प की सबसे खास बात यह है कि पिछले साढ़े चार साल से संचालित एप्प को बनाने अथवा मेंटेनेंस करने में छत्तीसगढ़ सरकार या पुलिस विभाग ने कोई आर्थिक लागत नहीं लगाई है, बल्कि कॉर्पोरेट सोशल रिस्पॉसबिलिटी से ये एप्प संचालित हो रहा है.: