आजकल शादी से पहले प्री वेडिंग शूट का चलन बढता जा रहा है। युवा अपने प्री वेडिंग शूट को यादगार बनाने के लिए अलग-अलग डेस्टीनेशन का चुनाव कर रहे हैं। भोपाल में सिंधी समाज ने प्री वेडिंग पर प्रतिबंध लगाने का फैसला लिया है। यानि सिंधी समाज के युवक-युवतियां अब शादी से पहले किसी सार्वजनिक स्थान में जाकर फिल्मी हीरो-हीरोइन की तरह प्री-वेडिंग फोटो और वीडियो शूटिंग नहीं कर सकेंगे।
शादी से पहले बेहतरीन लोकेशन पर लड़का-लड़की आजकल प्री वेडिंग शूट के लिए जाते हैं। ये कृत्य सिंधी समाज की नजर में बिल्कुल गलत है। सिंधी पंचायत के अध्यक्ष का मानना है कि लड़का-लड़की के शादी से पहले इस तरह के शूट से रिश्ते टूटने के बहुत से केस सामने आए हैं। यह एक तरीके की समाजिक बुराई है, इसमें बहुत सी मर्यादाओं को भी ताक पर रख दिया जाता है। इसको लेकर समाज के ही लोगों ने शिकायत की है, इसलिए इसे पूरी तरह प्रतिबंध किया जाएगा। पंचायत के फैसले को आमसभा में रखा जाएगा, जो भी फैसला होगा वो समाज के पक्ष में होगा।
समाज के इस फैसले से युवा बिल्कुल भी खुश नहीं हैं। युवाओं का साफ कहना है कि इस तरह का फैसला बिल्कुल भी ठीक नहीं है। शादी से पहले लड़का-लड़की एक दूसरों को समझ सके इसके लिए यह एक अच्छा मौका होता है। यादगार पल वो साथ बिताते हैं, जिन्हे आगे जाकर वो याद कर सकते हैं, साथ ही अगर विचार नही मिल रहे हैं और रिश्ता टूटता है तो इसमें कोई बुराई नहीं है। सभी समझदार है और अपने हर फैसले के लिए वो खुद जिम्मेदार होंगे। लेकिन इस तरह का फैसला बिल्कुल भी सही नहीं है।
सिंधी समाज ने प्री वेडिंग को समाज की कुरीति मानते हुए इसे प्रतिबंध लगाने का फैसला तो ले लिया है, लेकिन आज का युवा समय के साथ खुद को बदल रहा है, समय के साथ कदम मिलाकर चल रहा है। ऐसे में समाज के इस फैसले को युवा कितना मानता है यह तो आने वाला समय ही बताएगा।