नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने कहा है कि आज विधानसभा में जिस प्रकार का अभिभाषण था, जिस प्रकार से राज्यपाल से असत्य कहलाया गया है, इसमें पिछले अभिभाषण के सारे मुद्दे नदारद हैं। उन्होने कहा कि राज्य सरकार के बजट से किसी को कोई उम्मीद नहीं है। जो किसान धरना पर बैठे हुए हैं किसानों का धान सोसाइटी पर रखा है, उसे कैसे खरीदेगी सरकार यह बात सुनिश्चित करें। वहीं JCCJ के विधायक धर्मजीत सिंह ने भी कहा कि राज्यपाल का अभिभाषण असत्य और निराशा भरा है।
वहीं संसदीय कार्य मंत्री रविंद्र चौबे ने अभिभाषण पर विपक्ष द्वारा उठाए गए सवाल पर बोले कि संसदीय प्रजातंत्र में राज्यपाल के अभिभाषण पर ऐसी ओछी बात हमने पहली बार सुना है, अभिभाषण में प्रदेश के आने वाले भविष्य का रूपरेखा, सरकार की योजनाओं की रुपरेखा राज्यपाल के अभिभाषण में यह प्रतिबिंबित है। विपक्ष को कुछ बिंदुओं पर आलोचना करना चाहिए।
मंत्री रविंद्र चौबे ने बीजेपी विधायक बृजमोहन अग्रवाल के धान खरीदी की तारीफ करने और सदन में सवाल उठाने पर कहा कि दोनों अलग-अलग बातें हैं बृजमोहन अग्रवाल ने सरकार और धान खरींदी की सार्वजनिक तारीफ की। 2500 में धान खरीदी की तारीफ उन्होंने की है लेकिन कुछ जगह में धान खरीदी में खलल थी उस पर अवसर देने की मांग उन्होंने कही है। जिनके टोकन कट गए हैं मुख्यमंत्री ने उनकी धान खरीदी के लिए निर्देश दिये हैं। ऐसी स्थिति प्रदेश में यदि कहीं और भी पाई जाती है तो वहां पर भी निर्देश दिया जाएगा। छत्तीसगढ़ में धान की खरीदी इस बार से ज्यादा हुई है जो पर्याप्त है।
मंत्री रविंद्र चौबे ने विपक्ष की संयुक्त बैठक पर कहा कि यह सभी एक सिक्के के अलग-अलग पहलू नहीं है, लेकिन एक साथ राजनीति करते हैं यह साबित हो रहा है। इस बार का विधानसभा लंबा होगा और हर प्रश्न का उत्तर हम देंगे, हम पूछेंगे कि केंद्र की सरकार 1815 से ज्यादा क्यों नहीं धान खरीदना चाहती? बीजेपी के हर प्रश्न का उत्तर देने के लिए कांग्रेस तैयार है। उन्होने कहा कि बजट 3 तारीख को रिलीज किया जाएगा, यह बजट जनता के लिए होगा।