प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा सोमवार को किए गए एक ट्वीट से देश में हलचल सी मच गई। पीएम मोदी ने संकेत दिया कि वो इस रविवार सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से अलविदा ले सकते हैं, जिसके बाद कई तरह की अटकलें शुरू हो गई हैं। सोशल मीडिया पर लोगों ने अपील की है कि पीएम ऐसा ना करें, तो वहीं कुछ लोगों को इसके पीछे एक बड़ा प्लान नज़र आ रहा है। खास बात ये भी है कि 8 मार्च से ही केंद्र सरकार एक नया कैंपेन शुरू करने वाली है जिसका नाम ‘हर काम देश के नाम’ होने वाला है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के ट्वीट के बाद कई तरह की अटकलें लगाई जा रही हैं। कहा जा रहा है कि मोदी सरकार एक ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म बनाने पर काम कर रही है, जो पूरी तरह से देसी होगा, यानी इसमें विदेशी कंपनियों या एक्सपर्ट का कोई दखल नहीं होगा, ये प्लेटफॉर्म पूरी तरह से मेड इन इंडिया होगा। इस चर्चा के साथ ही ‘हर काम देश के नाम’ जैसे कैंपेन को लॉन्च करना बड़ा संकेत हो सकता है।
वहीं सरकारी अधिकारियों ने पीएम के सोशल मीडिया छोड़ने के ऐलान के कारणों को लेकर चुप्पी साध रखी है। एक अधिकारी ने बताया की कुछ सकारात्मक होगा। अधिकारियों ने बस इतना बताया कि पीएम खुद एक-दो दिन में इस बारे में बताएंगे। अभी यह भी साफ नहीं है कि करोड़ों लोगों से सीधा संवाद के लिए सोशल मीडिया का प्रयोग करने वाले पीएम मोदी केवल कुछ दिन के लिए इसे छोड़ेंगे या फिर लंबे समय क लिए यहां नहीं दिखेंगे।
सोशल मीडिया पर इस तरह की भी चर्चाएं हैं कि पीएम मोदी कुछ दिन के डिजिटल उपवास पर चले जाएं। पीएम ने पहले भी कई बार एक दिन के लिए या फिर कुछ समय के लिए डिजिटल उपवास रखने की बातें कह चुके हैं। इसमें कुछ समय के लिए फोन, सोशल मीडिया से दूर रहना होता है। ऐसे में सवाल उठ रहा है कि क्या पीएम भी कुछ दिन डिजिटल उपवास पर जाएंगे। पीएम मोदी ने रविवार यानी 8 मार्च को सोशल मीडिया छोड़ने के संकेत दिए हैं। इस दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस है। सोशल मीडिया पर ऐसी भी चर्चाएं हैं कि इस दिन कोई महिला पीएम का सोशल मीडिया अकाउंट चलाए। हालांकि ये सभी अभी कयासबाजी ही हैं। असली बात तो पीएम मोदी जब खुद इस बारे में घोषणा करेंगे तभी पता चलेगी।