गोरखपुर रेलवे स्टेशन को अभी तक विश्व के सबसे लम्बे प्लेटफार्म के कारण जाना जाता था. लेकिन अब इसकी खुबसूरती के लिए भी इसे पहचाना जायेगा. रेलवे स्टेशन को खुबसूरत बनाने का काम लगातार चल रहा है. प्लेटफार्म नम्बर एक पर कैब-वे के पास लिखा “I LOVE GORAKHPUR” युवाओं को लुभा रहा है.
पूर्वोत्तर रेलवे के सीपीआरओ पंकज सिंह का कहना है कि स्टेशन को खुबसूरत बनाया जा रहा है. में आने वाले यात्री अपने साथ यहां की सुन्दर तस्वीर लेकर जायें. यहां पर सेल्फी लें, जिससे गोरखपुर रेलवे स्टेशन उनकी यादों में बना रहे. गोरखपुर स्टेशन पर दो सेल्फी प्वाइंट बनाये जा रहे हैं, पहला तैयार हो चुका है, और बड़ी संख्या में लोग इसके साथ सेल्फी भी ले रहे हैं.
स्टेशन को सुंदर बनाने का हो रहा काम
यहां पर सेल्फी ले रहे युवाओं का कहना है कि ये बहुत ही खुबसूरत है. यहां पर सुखद अनुभूति हो रही है. रेलवे स्टेशन को सुन्दर बनाने के बारे में बताते हुए सीपीआरओ ने कहा कि स्टेशन पर एन्टीक लाइटों को भी लगाया जा रहा है. पार्क बनाये जा रहे हैं. लगातार काम चल रहे हैं. वहीं रेलवे स्टेशन की पहचान अब देश के सबसे बड़े सेकेन्ड क्लास वेटिंग हॉल के रूप में भी होगी. साथ ही इस वेटिंग हाल में लगा महापंखा लोगों को गर्मी से राहत दिलायेगी. भारत के सबसे बड़े सेकेन्ड क्लास वेटिंग हाल में तीन महापंखे लगाये गये हैं. ये महापंखे ट्रेन के इंतजार करने वाले यात्रियों को बड़ी राहत देंगे.
बन रहा देश का सबसे बड़ा वेटिंग हॉल
जंक्शन के मुख्य द्वार पर स्थित यह वेटिंग हॉल दस हजार आठ सौ स्क्वायर फीट क्षेत्रफल में बना है. यह भारत का सबसे बड़ा कवर्ड वेटिंग हॉल है. सीपीआरओ पंकज सिंह का कहना है कि एलईडी लाइट हॉल को भव्यता प्रदान कर रही हैं. हॉल में एक साथ हजारों यात्री बैठ सकते हैं. साथ ही यात्रियों को इसी हॉल में विश्वस्तरीय सभी सुविधाएं मिल जाएंगी. हॉल में लगे डिस्पले बोर्ड और एनांउस सिस्टम से यात्रियों को ट्रेनों की जानकारी भी मिलती रहेगी. हॉल के पश्चिमी छोर पर फास्ट फूड यूनिट खुलेगी जिसमें नाश्ता और भोजन की भी सुविधा है. हॉल के पूर्वी छोर पर टिकट काउंटर है. यानिकि हॉल के अंदर लगे महापंखे जहां यात्रियों को गर्मी से राहत दिलायेगी वहीं उन्हे सारी सुविधाएं भी मिल जायेंगी.
पंकज सिंह का कहना है कि वेटिंग हॉल का रखरखाव, सज्जा और सफाई की जिम्मेदारी निजी हाथों में सौंपी जायेगी. जो वेटिंग हॉल का रखरखाव, सफाई व अटेंडेंट की सुविधा मुहैया कराएगी ही साथ रेलवे को धनराशि भी प्रदान करेगी. जिसके बदले वो वेटिंग हॉल में निर्धारित क्षेत्र में विज्ञापन लगाकर पैसा कमायेगी.