कर्ज में डूबा यस बैंक अपने सबसे बुरे दौर में है. दरअसल, आरबीआई ने यस बैंक पर कई तरह की पाबंदियां लगा दी हैं. अब यस बैंक के ग्राहक अपने खाते से सिर्फ 50 हजार रुपये निकाल सकेंगे. हालांकि, इमरजेंसी की हालत में 5 लाख तक की छूट दी गई है. ऐसे में अब यस बैंक के खाताधारकों में एक डर का माहौल बन गया है. इस बीच, वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने यस बैंक के संकट पर बयान दिया है.
क्या कहा वित्त मंत्री ने?
यस बैंक संकट पर केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने खाताधारकों को भरोसा दिया है कि उनका पैसा डूबने नहीं दिया जाएगा. बैंक के खाताधारकों का पैसा सुरक्षित है. खाताधारकों को चिंतित होने की जरूरत नहीं है. वित्त मंत्री ने कहा कि रिजर्व बैंक के अधिकारी समस्या का समाधान निकालने में जुटे हुए हैं.
वित्त मंत्री ने आगे कहा कि पिछले कुछ महीनों से हम सभी स्थिति पर लगातार नजर बनाए हुए हैं. जो कदम उठाए गए हैं वो जमाकर्ताओं, बैंक और अर्थव्यवस्था के हित में हैं. ये बीते कई महीनों से चल रहा था तो ऐसा नहीं है कि ये अचानक आ गया है, हम हालात पर लगातार नजर रखे हुए थे. इसका समाधान निकालने के लिए रिजर्व बैंक अपनी पूरी ताकत लगा रहा है.
निर्मला सीतारमण के मुताबिक अगर किसी के घर में शादी या कोई बड़ा खर्चा है तो इन सबके लिए कानूनी प्रावधान हैं. रिजर्व बैंक के नियुक्त अधिकारी उनको जरूरी खर्च के लिए जो पैसा देना है वो देंगे. उनको राहत मिलेगी.
मुख्य आर्थिक सलाहकार ने क्या कहा?
इससे पहले मुख्य आर्थिक सलाहकार कृष्णमूर्ति सुब्रमण्यम ने भी कहा कि बैंक के जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है और बैंक के पुनर्गठन के लिए सभी विकल्पों पर विचार किया जा रहा है. वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के साथ बैठक के बाद सुब्रमण्यम ने कहा, ” रिजर्व बैंक ने सही कदम उठाया है. सभी जमाकर्ताओं का धन सुरक्षित है.” उन्होंने भरोसा दिलाया कि बैंक के ग्राहकों के हितों की रक्षा की जाएगी.