मुंबई – एंटीलिया केस में मुंबई पुलिस के निलंबित अधिकारी सचिन वाझे को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। 16 फरवरी को जब सचिन वाझे दक्षिण मुंबई के एक फाइव स्टार होटल में देखे गए थे, तो उनके साथ एक महिला थी और पांच बड़े बैग थे। मिस्ट्री वुमन की जानकारी अब तक तो सामने नहीं आई है, मगर उन बैगों को लेकर यह जानकारी सामने आई है कि उनमें कैश थे। एनआईए के सूत्रों ने यह कन्फर्म किया है कि घटना वाले दिन सचिन वाझे पैसों से भरे पांच बैग लेकर जा रहे थे।
इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, इस साल 16 फरवरी को सचिन वाझे को साउथ मुंबई स्थित एक फाइव स्टार होटल में घुसते हुए देखा गया था। यह अंबानी के घर के बाहर संदिग्ध कार मिलने के दस दिन पहले का मामला है। सचिन वाझे 16 से 20 फरवरी के दौरान दक्षिण मुंबई स्थित एक फाइव स्टार होटल में ठहरे थे और इस दौरान सचिन वाझे के साथ एक महिला होटल के अंदर जाती दिखी थी।
फिलहाल एनआईए को उस महिला की तलाश है और इस पूरे मामले में वह महिला अहम कड़ी साबित हो सकती है। मनसुख हिरेन की स्कॉर्पियो कार मिसिंग होने के एक दिन पहले सचिन वाझे होटल में ठहरने के लिए आया था। इस दौरान उसने फर्जी आधार कार्ड के जरिए होटल में स्टे किया था। बता दें कि वाझे अभी एनआईए की कस्टडी में हैं और एंटीलिया केस और मनसुख हिरेन मौत मामले में प्रमुख संदिग्ध हैं।
फाइव स्टार होटल में एंट्री के वक्त निलंबित अधिकारी सचिन वाझे के पास मौजूद बैगों को स्कैन भी किया गया था। होटल के स्कैनिंग कियोस्क ने भी इस बात की पुष्टि की है कि सचिन वाझे होटल में कैश लेकर गए थे। एएनआई भी होटल में मिले सीसीटीवी फुटेज को खंगाल रही है। दरअसल, एनआईए के पास मौजूद सीसीटीवी फुटेज में सचिन वाझे 16 फरवरी को पांच बैगों को लेकर होटल में प्रवेश करते देखे गए हैं। स्कैनिंग किओस्क पर तैनात होटल के सुरक्षाकर्मियों से भी इस मामले में अब पूछताछ होगी।
हालांकि, पैसों से भरे वो पांच बैग कहां है, अब तक इसका पता नहीं चल पाया है। सचिन वाझे को गुरुवार को एक अदालत में पेश किया गया और 3 अप्रैल तक एनआईए की हिरासत में भेज दिया गया। हालांकि, उनसे बैग के संबंध में भी पूछताछ की जा रही है।
रिपोर्ट्स के मुताबिक सचिन वाझे के लिए एक कारोबारी ने 100 दिनों के लिए रूम बुक कराया था और इसके लिए 13 लाख रुपये की रकम अदा की गई थी। यही नहीं इस होटल में ठहरने के लिए सचिन वाझे ने जो आधार कार्ड दिया था, वह भी फेक था। इस फेक आधार कार्ड में सचिन वाझे का परिचय सुशांत सदाशिव खामकर के तौर पर दिया गया था। यह बुकिंग ट्रेवल एजेंट के जरिए हुई थी।