हमारे प्रतिनिधि दीपेश मोहारे की रिपोर्ट
बालाघाट- कोरोना वारियर्स के रूप में जनसेवा से परिपूर्ण नर्सों बहनों का जीवन पूरे देश के लिए आदर्श है। अंतरराष्ट्रीय नर्स दिवस हर साल 12 मई को नर्सों बहनों के अथक प्रयासों और योगदान का धन्यवाद देने के लिए विश्व भर में मनाया जाता है। यह 2021 में विशेष रूप से महत्वपूर्ण है क्योंकि नर्सिंग पेशेवर कोरोना वायरस महामारी के खिलाफ फ्रंटलाइन चार्ज का नेतृत्व कर रहे हैं। कोरोना वायरस से लड़ने में नर्सों बहनों और अन्य स्वास्थ्य कर्मियों के साहसी काम को पूरे विश्व में सराहा जा रहा है। ये वो लोग है जो फ्रंटलाइन पर हम सबके लिए कोविड-19 से लड़ने में मदद कर रहे हैं बिना अपनी जान की परवाह किये।
अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस और फ्लोरेंस नाइटिंगेल के 184 वें जन्मदिवस अवसर पर 12 मई को मनाया जाता है। फ्लोरेंस नाइटिंगेल एक अंग्रेजी समाज सुधारक थीं और आधुनिक नर्सिंग की संस्थापक भी थीं। उन्होंने क्रीमियन युद्ध के दौरान नर्सों को प्रशिक्षित और प्रबंधित किया। उसने कॉन्स्टेंटिनोपल में घायल सैनिकों की देखभाल की। साथ ही, विक्टोरियन संस्कृति में उनकी वजह से नर्सों के लिए प्रतिष्ठा में वृद्धि हुई। उन्हें “द लेडी विद द लैंप” (The Lady with the Lamp) कहा जाता था। वह पेशेवर नर्सिंग की नींव रखने वाली पहली व्यक्ति थीं। उन्होंने लंदन के सेंट थॉमस अस्पताल में नर्सिंग स्कूल की स्थापना की। यह दुनिया का पहला नर्सिंग स्कूल था। मंत्री श्री कावरे ने कहा की, कोरोना वारियर्स के रूप में जनसेवा से परिपूर्ण नर्सों बहनों का जीवन पूरे देश के लिए आदर्श है। उन्होंने अंतर्राष्ट्रीय नर्स दिवस के अवसर पर देश की समस्त नर्सों बहनों को बधाई एवं शुभकामनाएं दी है ।