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कोरोना की घर पर जांच:क्या बच्चों की पार्टी करनी है या घरेलू मेड से कोरोना का डर है? जानिए ऐसी 10 दुविधाएं जो घर पर रैपिड टेस्ट से हो सकती हैं दूर




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क्या आप किसी ऐसी जगह गए थे जहां काफी भीड़ थी? जैसे रेस्टोरेंट या कोई समारोह। क्या अपनी दादी-दादा या नानी-नाना से मिलना चाहते हैं, लेकिन चिंतित हैं कही उन्हें आपसे संक्रमण न हो जाए? क्या आपके घर में मेड आती है? वो कई और घरों में भी जाती होगी। आपको चिंता है कहीं वो अपने साथ कोरोना न ले आए। लॉकडाउन की तकरीबन सभी पाबंदियां हटने के बाद ऐसे तमाम सवाल लोगों के मन में हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अमेरिका हो या भारत, कोरोना के खिलाफ वैक्सीनेशन के बावजूद आम जीवन में लोगों की ऐसी कई दुविधाओं को रैपिड एंटीजन होम टेस्टिंग किट से दूर किया जा सकता है।

1. बच्चों की पार्टी से ठीक पहले
फिलहाल हमारे देश में बच्चों के लिए कोरोना वैक्सीन मौजूद नहीं, ऐसे में बच्चों की जन्मदिन की पार्टी से पहले या भीड़ वाली जगहों पर भेजने से पहले रैपिड होम टेस्टिंग की जा सकती है।

2. बेबी-सिटर की रूटीन जांच
अगर आपके घर में बच्चों की देखभाल के लिए कोई बेबी-सिटर आती या आता है तो भी रैपिड होम टेस्टिंग से उनकी नियमित कोरोना जांच की जानी चाहिए।

3. बुजुर्ग-बीमार के केयरटेकर की जांच
घर पर किसी बेहद जोखिम भरे बीमार या बुजुर्ग की देखभाल करने के लिए आने वाले हेल्थ केयरटेकर या पैरामेडिक की भी घर पर रैपिड एंटीजन जांच की जानी चाहिए।

4. होम मेड की नियमित जांच
पाबंदियां हटने के साथ ही ज्यादातर घरों पर डोमेस्टिक हेल्पर लौटने लगे हैं, ऐसे में उनकी वापसी से पहले और बाद में नियमित रूप से घर पर ही रैपिड एंटीजन टेस्ट किया जाना चाहिए।

5. बुजर्गों से मिलने जा रहे हैं तो
जो लोग कोरोना की दूसरी लहर कम होने के इस दौर में घर के बुजुर्गों के साथ समय बिताने जा रहे हैं तो वे उनसे मिलने से पहले भी रैपिड टेस्ट किट से जांच कर लें।

6. प्लेन, ट्रेन या बस से सफर के बाद
लॉकडाउन में छूट के बाद बस, ट्रेन या हवाई सफर करने के बाद और बस अड्डे, रेलवे स्टेशन या एयरपोर्ट पर ज्यादा समय बिताने के बाद भी घर पर रैपिड एंटीजन जांच करना अच्छा रहेगा।

7. अनवैक्सीनेटेड लोगों के साथ समय गुजारने के बाद
विशेषज्ञों का कहना है कि ऐसे लोगों के साथ किसी बंद जगह समय गुजारा है जिन्हें कोरोना के टीके नहीं लगे हैं या जिनके वैक्सीनेटेड होने के बारे में आपको जानकारी नहीं, तो आपको घर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट कर लेना चाहिए।

8. निश्चिंत हो जाएं खांसी-जुकाम कोरोना नहीं
अगर किसी भी शख्स को खांसी, जुकाम या सूंघने में कोई दिक्कत है तो घर पर रैपिड एंटीजन टेस्ट किट से जांच करके सुनिश्चत किया जा सकता है कि ये लक्षण कोरोना नहीं बल्कि मौसमी फ्लू या एलर्जी की वजह से हैं।

9. घर पर डिनर पार्टी या समारोह से पहले
आपके घर पर डिनर पार्टी या ऐसे किसी छोटे-मोटे समारोह से पहले मेहमानों की घरेलू किट से रैपिड एंटीजन जांच की जानी चाहिए। मेहमानों को यह बताना जरूरी है कि यह रैपिड जांच सभी की सुरक्षा के लिए की जा रही है।

10. ऑफिस में रूटीन जांच के लिए
पाबंदियां हटने के साथ वर्क फ्रॉम होम के ऑप्शन भी कम होते जा रहे हैं। ऐसे में एक ही जगह मौजूद तमाम कर्मचारियों की रूटीन रैपिड एंटीजन टेस्ट कर उन्हें कोरोना से सुरक्षित रखा जा सकता है।
वहीं, अगर आप किसी ऐसे कारोबार से जुड़े हैं जहां एक साथ कई कर्मचारी हैं, जैसे शोरूम, रेस्टोरेंट या ग्रॉसरी शॉप तो आपको भी कर्मचारियों को दोबारा काम पर बुलाने से पहले उनकी एंटीजन जांच करनी चाहिए। इसी तरह उनकी रूटीन जांच भी की जा सकती है।

कहां और कितने की मिलती है रैपिड एंटीजन होम टेस्ट किट?

बाजार और ई कॉमर्स वेबसाइट्स पर रैपिड एंटीजन होम टेस्टिंग किट आसानी से उपलब्ध है। इसकी कीमत 55 रुपए से लेकर 500 रुपए तक है।

घर पर कैसे कर सकते हैं रैपिड एंटीजन टेस्ट?

  • जांच के लिए सबसे पहले साफ जगह होनी चाहिए। एक मेज हो तो बेहतर रहेगा। मेज की सतह को अच्छी तरह सैनिटाइज कर लें।
  • अपने हाथों को साबुन से अच्छी तरह धो लें और टेस्ट से पहले पूरी तरह सुखा लें।
  • किट खोलकर उसके सभी सामान को टेबल पर रख लें।
  • किट में रखी भरी हुई एक्स्ट्रैक्शन ट्यूब (prefill extraction tube) को बाहर निकाल लें और दो-तीन बार मेज पर आराम से थप-थपा लें (tab) ताकि उसमें भरा लिक्विड नीचे आ जाए।
  • अब स्टरलाइज्ड नेसल स्वैब को निकालें। ध्यान रखें कि उसके स्वैब वाले हिस्से पर आपका हाथ न लगे।
  • अब स्वैब को अपनी नाक दोनों नथुनों (nostrils) में दो से तीन सेमी तक डालकर अच्छी तरह घुमाएं।
  • अब स्वैब को एक्स्ट्रैक्शन ट्यूब में डुबोएं और अच्छी तरह हिलाएं और स्वैब को उस पर पहले से लगे एक निशान से तोड़ लें। ध्यान रहे कि स्वैब का रूई वाला हिस्सा एक्स्ट्रैक्शन ट्यूब में ही रहेगा।
  • एक्स्ट्रैक्शन ट्यूब को नोजल कैप से अच्छी तरह बंद कर दें।
  • अब टेस्ट कार्ड लेकर उसमें बने वेल (well) में एक्स्ट्रैक्शन ट्यूब को दबाकर उसमें मौजूद लिक्विड की दो बूंद डाल दें और 15 मिनट इंतजार करें।
  • 15 मिनट बाद अगर केवल टेस्ट कार्ड पर छपे C के सामने की पट्टी नजर आती है तो रिजल्ट निगेटिव है।
  • अगर 15 मिनट बाद टेस्ट कार्ड पर छपे C के साथ T के सामने भी पट्टी नजर आती है तो रिजल्ट पॉजिटिव है। यानी सैंपल देने वाला कोरोना पॉजिटिव है।
  • 20 मिनट बाद आने वाला कोई रिजल्ट सही नहीं माना जाता।

ध्यान रखें…पॉजिटिव माने तो पॉजिटिव, निगेटिव माने भी पॉजिटिव हो सकता है

ध्यान रहे अगर किसी भी शख्स में कोरोना के लक्षण हैं और उसका रैपिड एंटीजन टेस्ट निगेटिव आता है तो उसे फौरन ही RT-PCR टेस्ट करना चाहिए। दरअसल, रैपिड एंटीजन टेस्ट कुछ पॉजिटिव मामलों में चूक सकता है। मतलब यह कि अगर रैपिड एंटीजन टेस्ट पॉजिटिव है तो संबंधित शख्स का कोरोना पॉजिटिव होना निश्चित है, मगर टेस्ट रिजल्ट निगेटिव होने पर भी वह पॉजिटिव हो सकता है। ऐसे में अगर उसे लक्षण हैं तो RT-PCR टेस्ट कराना जरूरी है। ऐसे सभी लोगों को RT-PCR की जांच रिपोर्ट आने तक आइसोलेशन में रहना चाहिए।