लंदन स्थित एक कंपनी के सीईओ कैमरन पैरी अब अपने कर्मचारियों को कैश में नहीं गोल्ड में वेतन देंगे. इस कंपनी का टैलीमनी है और यह वित्तीय सेवाएं मुहैया कराती है. स्थानीय व्यापार समाचार पत्र सिटी ए.एम की एक रिपोर्ट के अनुसार, पैरी ने कंपनी के कुछ शीर्ष अधिकारियों के साथ इसका प्रयोग शुरू किया है और जल्द ही इसे सभी कर्मचारियों के लिए लागू कर दिया जाएगा.
पैरी का कहना है कि वह ऐसा अपने कर्मचारियों को मुद्रास्फीति के प्रभाव से बचाने के लिए कर रहे हैं. बकौल पैरी, “ऐसे समय में जब पारंपरिक धन लगातार अपनी क्रय शक्ति खो रहा है सोना लोगों को मुद्रास्फीति से आगे रहने का सबसे अच्छा मौका देता है.
पाउंड घटा, सोना चढ़ा
पैरी ने कहा कि पाउंड की वैल्यू “खतरनाक गति” से घट रही थी जबकि इस साल सोने का मूल्य लगातार चढ़ रहा था. उन्होंने कहा कि ये बदलाव एक खुले घाव पर मरहम लगाने जैसा है. कंपनी के पास 20 से कुछ अधिक कर्मचारी हैं और फिलहाल के लिए ये प्रयोग केवल वरिष्ठ कर्मचारियों के साथ किया जा रहा है. लेकिन कंपनी की योजना पूरे बोर्ड में नई वेतन योजना का विस्तार करने की है. स्थानीय अखबार ने बताया कि पैरी खुद अपना वेतन सोने में ले रहे हैं. पैरी ने कहा, “जब पाउंड और पेंस में बिकने वाली वस्तुओं और सेवाओं को गोल्ड से खरीदा जाता है तो इसकी वैल्यू और बढ़ जाती है.”
वास्तव में सोना घर नहीं ले जाएंगे कर्मचारी
दरअसल, कंपनी की इस नई वेतन व्यवस्था से तात्पर्य कर्मचारियों को गोल्ड की ब्रिक या बिस्किट देना नहीं है. कर्मचारियों को वेतन भुगतान के समय पाउंड से गोल्ड का एक्सचेंज रेट उनके बैंक खातों में ट्रांसफर किया जाएगा. हालांकि, कर्मचारी इस नई व्यवस्था से बाहर रहना भी चुन सकते हैं और सीधे पाउंड में वेतन प्राप्त कर सकते हैं.