भीषण गर्मी की मार झेल रहे छत्तीसगढ़ के लोगों को प्रीमानसून का बेसब्री से इंतजार है. छत्तीसगढ़ के कई क्षेत्रों में मंगलवार को प्रीमानसून से पहले ही कुछ फुहारें गिरीं और सिमट कर रह गईं. वहीं प्रीमानसून भी गुजरात तक पहुंच चुका है. अब छत्तीसगढ़ वासियों को बारिश के लिए ज्यादा इंतजार नहीं करना पड़ेगा. मौसम विभाग ने मंगलवार को बताया कि दक्षिण-पश्चिम मानसून गुजरात तक पहुंच चुका है. जल्द ही यह मानसून छत्तीसगढ़ में प्रवेश करने वाला है. हालांकि अभी कुछ दिनों का इंतजार प्रदेश को बारिश के लिए करना पड़ सकता है.
मौसम विज्ञानी एचपी चंद्रा ने बताया कि इस वक्त तीन सिस्टम अलग-अलग जगहों पर बने हुए हैं. जिसमें पहला हरियाणा से असम, दूसरा उत्तर पूर्व मध्यप्रदेश से लेकर अरब सागर और तीसरा एक साइक्लोनिक सर्क्यूलेशन जो दक्षिण तटीय ओडिशा की ओर बना हुआ है. इसकी वजह से छत्तीसगढ़ के कई इलाकों में गरज चमक के साथ छींटे पड़ने की संभावना है. वहीं कई इलाकों में तेज आंधी के साथ बिजली भी गिर सकती है. आपको बता दें कि छत्तीसगढ़ में प्री मानसून की गतिविधि प्रदेश के एक दो ही जगहों पर ही दिखाई दी. उसके बाद कोई एक्टिविटी नहीं हो रही है.
मौसम में मौजूद नमी की वजह से पूरे प्रदेश में उमस की स्थिति बन रही है. ऐसे में लोगों को मानसूनी फुहारों का इंतज़ार है. खासकर प्रदेश के किसानों को मानसून का सबसे ज्यादा इंतज़ार रहता है. लेकिन अब मानसून का थोड़ा ही इंतज़ार बचा है. एक से दो दिन में छत्तीसगढ़ में मानसून का प्रवेश हो सकता है. एचपी चंद्रा ने बताया कि कुछ दिनों तक मानसून पर ब्रेक लगने के बाद अब स्थिति सामान्य हो गयी है और गुजरात तक मानसून पहुंच गया है. कुछ ही दिनों में छत्तीसगढ़ में भी मॉनसून की एंट्री होग. मानसून की एंट्री के बाद प्रदेश में पड़ रही उमस से भी छुटकारा मिलेगा. साथ ही किसानों को भी राहत पहुंचेगी. बता दें कि लंबे समय से गर्मी झेल रहे छत्तीसगढ़वासियों को बारिश का इंतजार बेसब्री से बना हुआ है. वहीं सोमवार को कुछ जगहों पर हल्की फुहारें देखने को मिली हैं. लेकिन इन फुहारों से उमस भी बढ़ गई है.