लोकसभा उपचुनावों में मिली शानदार जीत के बाद ये तय हो गया है कि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार (Yogi Sarkar) की नीतियों और तौर तरीकों को जनता पसंद कर रही है, खासतौर से महिलाएं. जिस तरह से मुस्लिम बाहुल्य इलाकों में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को वोट मिले हैं, उससे ये भी बात साफ हो गई है कि मुस्लिम वोटों में भी भाजपा सेंधमारी कर चुकी है.
परसेप्शन बनाने में माहिर भारतीय जनता पार्टी ने कन्या सुमंगला योजना, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, स्कूल चलो अभियान, मिशन शक्ति, लड़कियों को मिलने वाली स्कॉलरशिप, उज्जवला योजना, हर घर शौचालय और प्रधानमंत्री आवास योजना में महिलाओं को दी जाने वाली प्राथमिकताओं के आधार पर महिलाओं का अपना एक अलग वोटबैंक तैयार कर लिया है जो कि जाति और धर्म से इतर सिर्फ अच्छी नीतियों और योजनाओं के चलते भाजपा को वोट कर रही हैं.
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) अपने पहले कार्यकाल से ही महिला अपराध पर काफी सख्त थे. एंटी रोमियो स्क्वाड हो, तीन तलाक, लव जिहाद पर कानून हो, मिशन शक्ति हो उन्होंने प्रदेश पुलिस को महिला अपराध पर खासतौर से मुस्तैद रहने का निर्देश दिया है. चूंकि गृह मंत्रालय भी उन्हीं के पास है तो इस विभाग की जवाबदेही भी उन्हीं की बनती है. विधानसभा चुनावों में भी बेहतर कानून व्यवस्था के नाम पर महिलाओं ने बड़ी संख्या में वोट दिया था जो कि उपचुनाव में भी बरकरार रहा. आजमगढ़ और रामपुर में मुस्लिम महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाजपा को वोट किया है. जिसके बाद से भाजपा को लगने लगा है कि अब 80 लोकसभा सीटों पर पार्टी जीत का परचम लहरा सकती है.
2024 में मिशन-80 पर फोकस
बुधवार को भाजपा की लखनऊ में एक बड़ी बैठक हुई जिसमें जिन 14 लोकसभा सीटों पर विपक्ष का सांसद है उस पर ‘एक बूथ-बीस यूथ’ की योजना की तर्ज पर काम करने को कहा गया है. वैसे भी देश में 144 लोकसभा सीटों को चिह्नित करके भाजपा कमजोर बूथों पर काम पहले ही शुरू कर चुकी है. उपचुनावों से पहले भाजपा ने 2024 के लोकसभा चुनावों के लिए मिशन-75 का टारगेट रखा था मगर आजमगढ़, रामपुर की जीत से लबरेज पार्टी अब मिशन-80 पर फोकस कर रही है. युवा जोश को साथ लेकर पार्टी के तजुर्बेकार नेता इस मिशन को पूरा करने की रणनीति बना रहे हैं.