यूक्रेन में छह महीने से जारी जंग यूरोपीय संघ के लिए विदेश नीति की प्राथमिकता बनी हुई है. जब इसके विदेश मंत्रियों की मंगलवार को प्राग में बैठकें होंगी तो रूसियों के लिए प्रस्तावित वीजा बैन उनके एजेंडे में सबसे ऊपर होगा.
हाइलाइट्स
यूक्रेन में छह महीने से जारी जंग यूरोपीय संघ के लिए विदेश नीति की सबसे बड़ी प्राथमिकता
विदेश मंत्रियों की मंगलवार की बैठक में रूसियों के लिए वीजा बैन एजेंडे में सबसे ऊपर
यूरोपीय यूनियन के कई देश कुछ समय से यूक्रेनी सैनिकों को ट्रेनिंग दे रहे हैं
प्राग. यूरोपीय संघ के रक्षा और विदेश मंत्री इस हफ्ते प्राग में बैठक के दौरान यूक्रेनी सेना के लिए यूरोपीय संघ के देशों में मिलिट्री ट्रेनिंग सेंटर लगाने के विकल्पों पर चर्चा करने के साथ ही कुछ सदस्य देशों के रूसी टूरिस्टों के लिए वीजा बैन जैसे उपाय लागू करने के प्रस्तावों पर भी विचार कर सकते हैं. यूरोपीय यूनियन के कई देश कुछ समय से यूक्रेनी सैनिकों को ट्रेनिंग दे रहे हैं. जिसमें मुख्य रूप से उन्हें वेस्टर्न देशों के हथियारों को चलाना सिखाया जा रहा है. जिनको पश्चिमी देश रूस के हमले के खिलाफ लड़ाई में मदद करने के लिए यूक्रेन को दे रहे हैं.
न्यूज एजेंसी रायटर्स की एक खबर के मुताबिक यूक्रेन में छह महीने से जारी जंग यूरोपीय संघ के लिए विदेश नीति की प्राथमिकता बनी हुई है. जब इसके विदेश मंत्रियों की मंगलवार को प्राग में बैठकें होंगी तो रूसियों के लिए प्रस्तावित वीजा बैन उनके एजेंडे में सबसे ऊपर होगा. चेक गणराज्य जो इस समय यूरोपीय संघ का अध्यक्ष है, रूसी पर्यटकों के लिए वीजा बैन पर यूरोपीय संघ के व्यापक प्रतिबंध पर जोर दे रहा है. इसे मुख्य रूप से बाल्टिक देशों का समर्थन हासिल है. हालांकि जर्मनी और कुछ अन्य सदस्य देश इस तरह के कदमों के खिलाफ हैं. उनका तर्क है कि इसे रूसी असंतुष्टों के लिए भागने के रास्तों को काटा जा सकता है.
लिथुआनिया के विदेश मंत्री गेब्रियलियस लैंड्सबर्गिस ने कहा कि यदि यूरोपीय संघ रूसी लोगों के वीजा बैन पर राजी नहीं हुआ तो रूस के साथ सीमा साझा करने वाले एस्टोनिया, लातविया, लिथुआनिया, पोलैंड और फिनलैंड रूसी टूरिस्टों पर रोक लगाने के लिए खुद कदम उठा सकते हैं. लैंड्सबर्गिस के मुताबिक यूक्रेन पर मास्को के हमले के बाद रूस और यूरोपीय संघ के बीच सीधी उड़ानें निलंबित होने के बाद से ज्यादातर रूसी इन पांच देशों की भूमि सीमाओं से यूरोपीय संघ में प्रवेश करते हैं.
अगस्त के मध्य में एस्टोनिया ने पहले से जारी वीजा के बावजूद 50,000 से ज्यादा रूसियों के लिए अपनी सीमा को बंद कर दिया. ऐसा करने वाला वह यूरोपीय संघ का पहला देश है. गौरतलब है कि यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने इस महीने की शुरुआत में पश्चिमी देशों से रूसियों पर पूरी तरह से यात्रा प्रतिबंध लगाने की अपील की थी. जिसका मास्को ने कड़ा विरोध किया था.