भारत की पहली दंपति बनने का गौरव
युवा ज्योतिषाचार्य और कवि अनुराग चौरसिया उनकी पत्नी सोनाली परमार ने अफ्रीका महाद्वीप की सबसे ऊंची चोटी माउन्ट किलिमंजरो (वीश्व का सबसे बड़ा मुक्ता खड़ा पर्वत ),5895 मीटर (19341 फिट ) की ऊंचाई पर 12 सितम्बर की रात 11 बजे निकल कर -15 से -20 डिग्री के तापमान में 13 सितम्बर को सुबह 6 बजे पहुंचे कर राष्ट्रीय ध्वज फहराकर और राष्ट्रीय गान गाय। इस तरह यह दंपति अपने दो साल के बेटे रुद्रहजाय को अपने माता पिता के पास छोड़कर इतिहास रचने गए थे।
माउन्ट किलिमंजरो पर सूर्य नमस्कार करने वाली विश्व की पहली दंपति बनने का गौरव हासिल किया। रतलाम की इस दंपति ने अफ्रीका महाद्वीप की सर्वोच्चा चोटी माउन्ट किलिमंजरो पर पहुंच कर सूर्य नमस्कार किया और विश्वा को यहाँ सन्देश दिया की भारतीय परंपरा में प्रयुक्त योग सम्पूर्ण मानव जाति को स्वास्थ प्रदान करने के लिए बनाया गया है। आप भारतीय परंपरा को योग के सूर्य नमस्कार को अपने जीवन में अपने कर प्रतिदिन सूर्य नमस्कार कर अपने संम्पूर्ण शरीर को निरोगी बना सकते है। ज्ञातव्य हो की अनुराग चौरसिया ,बैंक ऑफ़ बड़ौदा की रतलाम शाखा में तथा सोनाली परमार की रतलाम राजस्व विभाग में पटवारी के पद पर कार्यरत है।
यहाँ युवा जोड़ा भारत के गौरव को बड़ा कर युवाओ को भारत के लिए कुछ करने का प्रेरणा दे रहा है। जब जोड़ा रतलाम पंहुचा रेलवे स्टेशन पर परिवार के सदस्या व अन्य बहुत सारे लोग उनके स्वागत के लिए पहुंचे। ढोल और फूलो की माला से दंपति का स्वागत किया गया। सोनाली परमार को प्रदेश रतन गौरव सम्मान -2022 के लिए चयन किया गया है। यहाँ सम्मान 24 सितम्बर को भोपाल में मिलेगा।रतलाम की दंपति ने रचा इतिहास और किया अपने पुरे परिवार का नाम रोशन किया।
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