23 सितंबर को देशभर में राष्ट्रीय सिनेमा दिवस (National Cinema Day) सेलिब्रेट किया जाएगा. इस मौके पर देश के 4 हजार मल्टीप्लेक्स में 75 रुपए में फिल्म देखने को मिलेगी. कई मल्टीप्लेक्स में इसके आधार पर बुकिंग भी शुरू हो चुकी है. हालांकि यह ऑफर कई शहरों में लागू नहीं होगा.
National Cinema Day on 23rd September: मूवी लवर्स के लिए एक बहुत बड़ी खुशखबरी है. हालांकि इस खुशखबरी का अनाउंसमेंट मल्टीप्लेक्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने इस महीने की शुरुआत ही कर दिया था कि 16 सितंबर को राष्ट्रीय सिनेमा दिवस होगा. अनाउंसमेंट बताया गया कि देशभर में 4 हजार मल्टीप्लेक्स में 75 रुपए में टिकट बेचे जाएंगे. हालांकि इस 16 सितंबर को ऐसा नहीं हो पाया. एसोसिएशन ने बाद में दोबारा अनाउंस किया कि राष्ट्रीय सिनेमा दिवस अब 23 सितंबर को पूरे देश में सेलिब्रेट किया जाएगा.
कई सिनेमाघरों (Cinema Hall) में इसके आधार पर बुकिंग भी शुरू हो चुकी है. पीवीआर इस साल अपनी 25वीं एनिवर्सरी सेलिब्रेट कर रहा है. इस मौके पर पीवीआर के सिनेमाहॉल में इस शुक्रवार यानी 23 सितंबर को पूरे देश के 4 हजार मल्टीप्लेक्स में इस ऑफर को लागू किया गया है. हालांकि, यह ऑफर हर थिएटर में दर्शकों के लिए नहीं है.
इन शहर के लोगों को नहीं मिलेगा फायदा
पीवीआर (PVR 25 Anniversary) ने अपनी अनाउंसमेंट में कहा है कि हैदराबाद, कोच्चि समेत कई दक्षिण भारतीय शहरों के पीवीआर में यह ऑफर नहीं होगा. जहां एक तरफ पूरे देश में लोग पीवीआर की इस अनाउंसमेंट से खुश हैं. वहीं, हैदराबाद और कोच्चि समेत कई दक्षिण भारतीय शहरों में रहने वाले लोगों को इससे निराशा होगी क्योंकि इस शुक्रवार तेलुगू भाषा में ‘डोंगलुन्नारु जागराथा’, ‘कृष्ण वृंदा विहारी’ और ‘अल्लूरी’ रिलीज होने वाली है.
ऑडियंस को नहीं है जानकारी
राष्ट्रीय सिनेमा दिवस के मौके पर कई अन्य मल्टीप्लेक्स भी ऑफर दे रहे हैं, लेकिन इसकी जानकारी ऑडियंस को नहीं है. ऐसे में ऑडियंस को समझ में ही नहीं आ रहा है कि राष्ट्रीय सिनेमा दिवस लोग सेलिब्रेट क्यों कर रहे हैं.
‘ब्रह्मास्त्र’ के मेकर्स पर लगा आरोप
वहीं, राष्ट्रीय सिनेमा दिवस की तारीख बढ़ाने के मुद्दे को लेकर ये अफवाह भी फैली कि ‘ब्रह्मास्त्र’ के मेकर्स ने टिकटों की बिक्री बढ़ाने के लिए राष्ट्रीय सिनेमा दिवस की तारीख को बढ़वाया. क्योंकि फिल्म 12 सितंबर को बॉक्स ऑफिस पर रिलीज हुई थी. अगर यह 16 सितंबर को सेलिब्रेट किया जाता, तो फिल्म के कलेक्शन को नुकसान होता.