इटली (Italy) की नई प्रधानमंत्री जियार्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) सत्ता में आने से पहले ही दुनिया भर में चर्चित हो चुकी थीं. उनकी जीत तो अप्रत्याशित नहीं हैं, लेकिन वे कई कारणों सुर्खियों में हैं. उनका प्रधानमंत्री बनना ना केवल इटली बल्कि यूरोप (Europe) के लिए कई संकेत देने वाली घटना माना जा रहा है. दस साल पहले ही नियोफासिस्ट विचारधारा वाली ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी बनाने वाली मेलोनी इटलीकी सबसे युवा और पहली महिला प्रधानमंत्री हैं.
हाइलाइट्स
जियार्जिया मेलोनी इटली की चरम दक्षिणपंथी नेता हैं.
वे नियोफासिस्ट ब्रदर्स ऑफ इटली पार्टी की नेता हैं.
केवल 45 साल की उम्र में उन्होंने काफी लोकप्रियता हासिल की है.
इटली (Italy) की नई प्रधानमंत्री जियार्जिया मेलोनी (Giorgia Meloni) शायद उतनी चर्चा में नहीं रही जब उन्होंने हाल ही में प्रधानमंत्री (Prime minister of Italy) पद की शपथ ली थी. वे अब ज्यादा चर्चा में हैं क्योंकि उन्होंने इटली की संसद में अपना बहुमत साबित कर दिया है. ऐसी कई वजहे हैं जिनकी वजह से मेलोनी का सुर्खियों में रहना बनता है. वे इटली की सबसे युवा प्रधानमंत्री होने के साथ साथ पहली महिला प्रधानमंत्री (First Woman Prime Minister of Italy) हैं और उनका इस पद पर आना कई पश्चिमी और यूरोपीय देशों को रास नहीं आ रहा है. इस वजह दुनिया में लोगों में यह जानने का कौतूहल पैदा हो गया है कि आखिर जियार्जिया मेलोनी कौन हैं जो इटली में तो लोकप्रिय हैं लेकिन आसपास के देश उन्हें एक खतरे के तौर पर देख रहे हैं.
मुसोलिनी की प्रशंसक
मेलोनी मूलतः द्वितीय विश्व युद्ध में इटली के तानाशाह रहे बेनिटो मुसोलिनी की प्रशंसक हैं और नियोफासिस्ट पार्टी “ब्रदर्श ऑफ इटली” की नेता हैं. चुनाव के दौरान उनका नारा था, “पहले इटली और इटलीवासी”. पिछले कई सालों में दुनिया के बहुत सारे देशों में राष्ट्रवाद की लहरें उठी हैं और वहां नई सरकार का आधार बनी हैं. मेलोनी इसका एक ताजा उदाहरण हैं.
तो कौन हैं जियार्जिया मेलोनी
जियार्जिया मेलोनी का ज्नम 15 जनवरी 1977 को रोम में हुआ था उनके पिता फ्रांसिस्को सर्दीनिया के वामपंथी विचारधारा वाले कर सलाहकार थे. लेकिन उन्होंने जियार्जिया की एक साल की उम्र में ही परिवार छोड़ दिया था. जियार्जिया की मां अन्ना परतोरे सिसली की थी जो एक साहित्यकार हैं. परिवार में उनके अलावा उनकी बड़ी बहन एरियाना भी हैं जिनसे जियार्जिया को बहुत लगाव है.
दक्षिणपंथी राष्ट्रवादी विचारधारा की समर्थक
जियार्जिया ने 15 साल की उम्र मे ही इटली के सोशलिस्ट आंदोलन की युवा शाखा का हिस्सा बन गई थीं. इटली में मुसोलिनी के सभी लोग गलत नहीं मानते हैं. और हमेशा ही किसी ना किसी रूप में उनकी ‘राष्ट्रवादी” विचारधारा के समर्थन में किसी ना किसी तरह का आंदोलन चलता ही रहा है. मेलोनी खुद कहती हैं कि उनका इतिहास से गहरा नाता है और तानाशाह मुसोलिनी को कई बार वे एक जटिल व्यक्तित्व बता चुकी हैं.
राजनीति में पूरी तरह से आने से पहले
मेलोनी ने अपनी स्कूली शिक्षा रोम के अमेरिगो वेस्पूची इंस्टीट्यूट से पूरी की. वहीं से उन्होंने डिप्लोमा भी हासिल किया. राजनीति में पूरी तरह से आने से पहले वे एक बार में वेट्रेस औरबार टेंडर भी रही थीं. वे अविवाहित हैं, लेकिन उनके साथी एंड्रिया गियाम्ब्रूनो से उनकी 6 साल की एक बेटी है जिसका नाम जिनवरा है.
फिसिज्म से कितनी दूर कितनी करीब
मेलोनी बेशक खुद को फासिज्म से दूर तो नहीं रखकर देखती हैं. लेकिन खुल कर उसका समर्थन भी नहीं करती हैं. लेकिन हां, गौरवाशाली इतिहास के नाम पर ऐतिहसिक फासिज्म के प्रतीकों का खुल कर उपयोग करती हैं. वे मुसोलिनी की प्रशंसक तो हैं, लेकिन खुल कर उनके समर्थक के तौर पर नजर भी नहीं आती हैं. इसीलिए उनकी पार्टी के साथ भी फिसज्म की जगह नियोफासिज्म शब्द जोड़ा जाता है.