Rajasthan News: राजस्थान में इस रेलवे ट्रैक का उद्घाटन पीएम नरेंद्र मोदी ने किया था. इस ट्रैक पर उदयपुर से असारवा और असारवा से उदयपुर के लिए एक-एक ट्रेन का संचालन किया जा रहा था. घटना के बाद मामले की जांच के लिए रेलवे की अलग-अलग टीम पहुंची है.
हाइलाइट्स
रेलवे ट्रैक को उड़ाने की ये घटना राजस्थान के उदयपुर की है
इस घटना के बाद रेलवे की अलग-अलग टीमें जांच के लिए पहुंची है
गांव के लोगों की मुस्तैदी की वजह से बड़ा हादसा टल गया
उदयपुर. राजस्थान में बड़ी घटना हुई है. उदयपुर-अहमदाबाद के नए रेलवे ट्रैक को विस्फोट कर उड़ाने की कोशिश की गई. डेटोनेटर से किए गए विस्फोट से ओडा पुलिया के समीप रेलवे ट्रैक बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई. हालांकि ग्रामीणों की सजगता के चलते ट्रेन के संचालन को रोक दिया गया और बड़ा हादसा होने से टल गया. सूचना मिलने के बाद रेलवे की तकनीकी टीम, पुलिस, जिला प्रशासन सहित सभी एजेंसियां मौके पर पहुंची हैं.
31 अक्टूबर को उदयपुर-अहमदाबाद रेलवे ट्रैक का उद्घाटन असारवा रेलवे स्टेशन से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किया गया था. उसके बाद से इस ट्रैक पर उदयपुर से असारवा और असारवा से उदयपुर के लिए एक-एक ट्रेन का संचालन किया जा रहा था. बीती रात ओडा पुलिया पर ग्रामीणों ने विस्फोट की आवाज सुनी. सुबह जब ग्रामीण मौके पर पहुंचे तो वहां रेलवे ट्रैक पर क्रेक मिले, साथ ही ट्रैक से कई सारे बोल्ट भी गायब मिले और ट्रैक के बीच में बिछी हुई लोहे की पट्टी उखड़ी हुई मिली. ग्रामीणों ने सजगता दिखाते हुए तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम और जिला कलेक्टर को इसकी सूचना दी.
इसके तुरंत बाद प्रशासन हरकत में आ गया और रेलवे टीम को सूचित करते हुए ट्रेन आवागमन को रुकवाया गया. असारवा से उदयपुर आ रही ट्रेन को सुबह 10:30 बजे ओडा पुलिया के ऊपर से होकर गुजरना था, लेकिन समय से पहले सूचना मिलने से इस ट्रेन को डूंगरपुर रेलवे स्टेशन पर ही रुकवा दिया गया. यदि ट्रेन इस टूटी हुई रेलवे ट्रैक से गुजर जाती तो बड़ा हादसा होने की संभावना थी. सूचना मिलने के तुरंत बाद उदयपुर जिला कलेक्टर ताराचंद मीणा भी मौके पर पहुंचे, साथ ही पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी है और रेलवे की टीम भी अब ट्रैक को दुरुस्त करने में लगी हुई है.
दूसरी और रेलवे के सीपीआरओ शशिकिरण ने बातचीत में बताया कि डेटोनेटर से इस ट्रैक को उड़ाने की कोशिश की गई है, ऐसे में रेलवे की सिविल टीम मौके पर पहुंच गई है और ट्रैक को जल्द दुरुस्त करने की कोशिश की जा रही है. क्षतिग्रस्त हुई इस रेलवे ट्रैक के पूरी तरह से दुरुस्त होने के बाद ही ट्रेन का संचालन शुरू किया जाएगा.
इसके अलावा इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अब अपने अनुसंधान में जुट गई है कि यह घटना साजिशन की गई है या फिर शरारती तत्वों द्वारा उड़ाने की कोशिश की गई है. फिलहाल जानकारी के अनुसार बम स्क्वायड टीम को मौके पर बुलाया गया है, साथ ही एफएसएल की टीम को भी मौके पर बुलाया जा रहा है. अजमेर से तकनीकी टीम को भी मौके पर बुलाया गया है. ट्रैक दुरुस्त होने के बाद तकनीकी टीम द्वारा अंतिम इंस्पेक्शन करने के साथ ही ट्रैक को शुरू किया जाएगा.