छत्तीसगढ़ रायपुर/ मुंगेली-वैसे तो मुंगेली ब्रांच पहले से ही विवादों से घिरा था लोगों का समय पूर्ण होने के बाद भी यह पैसा किसी को मिल नहीं पा रहा था आपको बता दें कि कुछ वर्ष पहले मुंगेली का एक पत्रकार आवाज उठाया था लेकिन उस समय का तत्कालीन ब्रांच मैनेजर ने पैसे के बलबूते उनको नोटिस देकर डराने का कोशिश किया था लेकिन उनका नोटिस कोई काम नहीं आया
आत्महत्या करने के कगार पर कार्यकर्ता
सहारा इंडिया परिवार के एक कार्यकर्ता से चर्चा पर बताया कि आज हमारा शहर में निकलना मुश्किल हो गया है लोगों को यह लग रहा है कि लोगों का पैसा हम खुद रखे हैं लेकिन मामला कोर्ट में चल रहा है जो समझ जाते हैं वह समझ जाते हैं जो नहीं समझते उनसे आए दिन विवाद होते रहता है वक्त रहते जमा कर्ताओं का पैसा वापस नहीं किया गया तो वह दिन दूर नहीं कि हम आत्महत्या करने पर मजबूर हो जाएंगे
आज दर्जनों कार्यकर्ता मिलके कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया आपने आवेदन कहा गया कि
सविनय निवेदन है कि हम सभी साथीगण सहारा इंडिया के बतौर कमीशन 15 वर्षों से कार्य कर रहें हैं और अपने जमाकर्ताओं को सेवा दे रहें हैं महोदय 4 वर्षों से उक्त कम्पनी द्वारा जमाकर्ताओं को समय पर भुगतान देने में हिला हवाला तथा टालमटोल का रवईया अख्तियार कर लिया है। और मैच्युरिटी के समय भी 3 4 वर्षों से ज्यादा बीत चुका है जबकि कम्पनी की स्थानीय अधिकारियों के द्वारा हम कार्यकर्ता/एजेंट साथियों तथा जमाकर्ताओं को तारिख पे तारिख देकर गुमराह किया जा रहा है व सहारा सेवी का मामला हाई कोर्ट व सुप्रीम कोर्ट में लंबित है करके टालमटोल किया जा रहा है। जबकि माननीय उच्च न्यायालय व माननीय सर्वोच्च न्यायालय दिल्ली में सिर्फ सहारा रियल स्टेट व सहारा हाउसिंग के स्किम में मामला लंबित है जबकि सहारा क्रेडिट को ऑपरेटिव व स्टार मल्टी परपज का मामला रकम जमा करने में माननीय उच्च न्यायालय दिल्ली द्वारा स्टे हुआ है व भुगतान नही देने के संबंध में किसी प्रकार का आदेश पारित नही हुआ है। जो कि हम लोगों को भुगतान में टालमटोल किया जा रहा है।यह कि जमाकर्ताओं के घर में शादी ब्याह करना है व, किसी के घर में बिमारी का इलाज, किसी को व्यवसाय को आगे बढ़ाने हेतु रकम की आवश्यकता है इस अवस्था में भी कम्पनी द्वारा भुगतान नही किया जा रहा है इसी क्रम में हम सभी कार्यकर्ता/एजेंट साथियों को मानसिक शारीरिक व आर्थिक छति हो रही है साथ ही साथ समाजिक स्तर पर हम सभी को हेय की दृष्टि से देखा जा रहा है।आपसे निवेदन है कि इस प्रार्थना को अपने संज्ञान में लें इन परिस्थियों में हम अभिकर्ता साथियों के साथ किसी से कुछ अहित (जैसे किसी कार्यकर्ता एजेंट साथियों द्वारा तनाव में आकर आत्महत्या कर लेना, पागलपन की स्थिति हो जाना अथवा अवसादित होकर अपना या किसी और का अहित कर देता है) इन सब तथ्यों को देखते हुए जमाकर्ताओं की मैच्युरिटी राशि सहारा इंडिया कार्यालय मुंगेली से शीघ्र भुगतान करने हेतु उचित कार्यवाही करे विज्ञापन सौंपने वालों में से पवन जायसवाल, देवेन्द्र साहू,अजय देवांगन, विजय वाधवानी, सुरेश जायसवाल, राकेश यादव , केशव सहित दर्जनों कार्यकर्ता उपस्थित थे