बिलासपुर//बिलासपुर। निजी क्षेत्र के बैंक IDFC first Bank के ग्राहक व्हीकल लोन के नाम पर ठगी के शिकार हो रहे है। इसके अलावा आईडीएफसी बैंक के खाताधारकों द्वारा ऑनलाइन पेमेंट करने पर भी आपूर्ति कर्ता को राशि समायोजन नही होती और खाताधारकों के खाते से पैसे कट जा रहे हैं। 15 दिनों के बावजूद आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के खाताधारकों के खाते पर पैसे वापस नही मिली जिससे आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के ग्राहक परेशान व ठगा महसूस कर रहे हैं।
ग्राहकों के साथ कार लोन में भी हो रही धोखाधड़ी
डिजिटल होती अर्थव्यवस्था (Digital Economy) और बैंकिंग (Digital Banking) के बदलते स्वरूप के बीच धोखाधड़ी (Online Fraud) करने के तरीकों में भी बदलाव आया है। जैसे-जैसे लोग ज्यादा ऑनलाइन ट्रांजेक्शन (Online Transaction) करने लगे हैं, ठगी करने के तरीके भी ऑनलाइन हो गए हैं। बिलासपुर में कार लोन के नाम पर ग्राहकों की फाइनेन्स की सम्पूर्ण राशि अदा नही करने के बावजूद बैंक आने तारीख अनुसार ईएमआई की राशि ग्राहकों से वसूली कर रही है। जब थक हार उपभोक्ता शिकायत कर रहा होता है तब बैंक के अधिकारी बैंक और ग्राहकों के बीच एक मध्यस्थ के मार्फ़त काम होने के हवाले से फाइनेंस की राशि उनके माध्यम से मिलने की बात कह गुमराह की जा रही है।
ग्राहकों को मिल रहे ऐसे मैसेज
आईडीएफसी फर्स्ट बैंक के कई ग्राहकों को बीते दिनों में कथित केवाईसी को लेकर मैसेज मिले हैं। अलग-अलग नंबरों से भेजे जा रहे मैसेज में ग्राहकों को कहा जा रहा है कि उनकी केवाईसी नहीं हुई है या केवाईसी एक्सपायर हो गई है। लोगों को भेजे जा रहे मैसेज इस प्रकार के हैं, आपके आईडीएफसी बैंक अकाउंट के लिए केवाईसी बाकी है। इस लिंक पर क्लिक कर इसे अपडेट करें, वर्ना आपका अकाउंट ब्लॉक हो जाएगा।