बिलासपुर शहर के संस्थापिका और छत्तीसगढ़िया अस्मिता के ध्वजवाहिका वीरांगना दाई बिलासा को उनके जयंती पर जोहार छत्तीसगढ़ पार्टी और उनके मातृ संगठन छत्तीसगढ़िया क्रांति सेना द्वारा शनिचरी स्थित बिलासा चौक पर 108 दीप जलाकर उनका सुमिरन किया गया। साथ ही पार्टी के वरिष्ठ सदस्य अनिल पाली ले दुख प्रकट करते हुऐ कहा कि हम छत्तीसगढ़ी समाज के पुरखों के प्रतिमाएं बेहद दयनीय स्थिति में जिमसे एक उदाहरण है हमारी बिलासा दाई के प्रतिमा जिसको पूरे पीला रंग से पुताई कर दिया गया है । जिसकी चुड़ी, बिंदी जैसे महिला श्रृंगार को भी पीले रंग से पुताई कर दिया गया जो हम छत्तीसगढ़िया समाज के लिए बेहद अपमानजनक है। वही सेना के जिला संयोजक ठाकुर शैलु श्रीवास ने कहा कि बिलासा दाई ने ही 450 वर्ष पहले छत्तीसगढ़ के दूसरे बड़े शहर बिलासपुर के स्थापना किए थे जिनके जयंती सुमिरन करते हुए 108 दीप जलाया गया। साथ ही मंच से हसदेव जंगल को बचाने का संदेश दिया गया जिस जंगल से कभी भगवान राम गुजरे थे। इस अवसर पर क्रांति सेना एवम महिला क्रांति सेना के दर्जनों सेनानी उपस्थिति रहे।