होली का त्यौहार प्रेम सदभाव के साथ रंगो के माध्यम से स्नेह प्रगट करने का सहज माध्यम है जिसे हम इंसानो के साथ मिलकर मनाते है इन सबसे हटकर भी हम प्रकृति के साथ भी मिलकर होली के त्यौहार को मनोहारी बना सकते है इसके लिए हमे अपने घर के बगीचे मे या गमलो मे ही प्राकृतिक होली के रूप मे रंग बिरंगे फूलो का पौधा रोपित कर या एक दूसरे को रंग बिरंगे पौधे भेंट स्वरूप देकर भी हम प्राकृतिक होली मना सकते है जिससे पर्यावरण को फायदा भी मिलेगा साथ ही जब ये प्यारे से फूल खिलने लगेगे तो रंगीन होली की सार्थकता भी अपने पूरे शबाब पर दिखने लगेगा उक्त उदगार उद्यान विभाग की सहायक संचालक श्रीमती रंजना माखीजा ने होली पर्व की सभी को बधाई देते हुए व्यक्त किया है श्रीमती माखीजा का मानना है होली का त्यौहार आपसी बैर भूलाकर स्नेह व सदभाव का भाव जगाने वाला त्यौहार है सभी मिलकर इस प्रकार से इस त्यौहार को मनाए की पर्यावरण को किसी भी प्रकार का नुकसान ना पहुंचे और सभी आपसी सदभाव से मिलकर पर्यावरण को सहेजने का कार्य करे