रायपुर- सरदार वल्लभ भाई पटेल पुलिस ट्रेनिंग अकादमी हैदराबाद में हुए एमसीटीपी कोर्स ट्रेनिंग प्रोग्राम में छत्तीसगढ़ कैडर की आईपीएस भावना गुप्ता ने टॉप किया है। देश के विभिन्न राज्यों के अलावा केंद्रीय ऑर्गेनाइजेशन में कार्यरत 70 आईपीएस ट्रेनिंग प्रोग्राम में शामिल हुए थे। अलग-अलग इवेंट्स फॉर क्राइटेरिया के आधार पर ऑल ओवर रैंकिंग की गई। जिसमें छत्तीसगढ़ कैडर की आईपीएस भावना गुप्ता को पहला स्थान मिला।
थर्ड फेज मिड कैरियर ट्रेनिंग प्रोग्राम ( एमसीटीपी) कोर्स का आयोजन सरदार वल्लभ भाई पटेल ट्रेनिंग इंस्टीट्यूट में 12 फरवरी से 8 मार्च तक के हुआ था। इसमें देश भर से 2010 से 2016 बैच 70 के आईपीएस ऑफिसर शामिल हुए थे। ये सभी ऑफिसर्स विभिन्न राज्यों व केंद्रीय संस्थानों में कार्यरत है। ट्रेनिंग में क्लास टॉपिक्स में क्राउड साइंस,परसेप्शन मैंनेजमेंट, न्यू लॉ, साइबर फोरेंसिक, ओपन सोर्स इंटेलिंजेंस, मीडिया मैनेजमेंट, इन्विगेस्टकेशन,सेंट्रल डेपुटेशन, आदि की ट्रेनिंग दी गईं। इन सबके अलावा इंडोर क्लास पार्टीसिपेशन, रिटन टेस्ट, केस स्टडी लिखना, सर्विस का कोई अच्छा एक्सपीरियंस लिखना,स्पोर्ट्स एक्टिविटी, फिजिकल फिटनेस के आधार पर रैंकिंग की गई। जिसमें भावना गुप्ता को पहला स्थान मिला।
कौन है आईपीएस भावना गुप्ता:–
भावना गुप्ता छत्तीसगढ़ कैडर की 2014 बैच की आईपीएस है। मूलतः पंजाब की रहने वाली भावना गुप्ता ने आईआईटी मुंबई से 2012 में बीटेक कंप्लीट किया है। बीटेक पूरा करने के अगले ही साल 2013 में अपने पहले ही प्रयास में यूपीएससी क्रैक कर 2014 बैच की आईपीएस बनी। वर्तमान में वे जीपीएम जिले की एसपी है। इससे पहले वह बेमेतरा अंबिकापुर व सूरजपुर की एसपी रह चुकी हैं।
कई अवार्ड है भावना के खाते में….
भावना गुप्ता ने यूपीएससी सिलेक्शन के बाद एकेडमिक ट्रेनिंग के दौरान फाउंडेशन कोर्स में भी गोल्ड मेडल पाया था। इसके अलावा वे 2014 आईपीएस बैच की बेस्ट आल राउंडर लेडी प्रोबेशनर भी रहीं हैं। छत्तीसगढ़ में इंटरनेशनल आईएसीपी अवार्ड सिर्फ तीन आईपीएस को मिला है। जिनमें आरिफ हुसैन शेख, संतोष सिंह के अलावा भावना गुप्ता भी शामिल है। युवतियों व महिलाओं को सशक्त करने के लिए भावना गुप्ता द्वारा चलाए गए हिम्मत अभियान के लिए उन्हें फिक्की अवार्ड से सम्मानित भी किया जा चुका है। खेलों में भी भावना गुप्ता का उत्कृष्ट प्रदर्शन रहा है। आल इंडिया पुलिस चैंपियनशिप में भावना गुप्ता चार बार गोल्ड मैडल जीत चुकी हैं।