जांजगीर लोकसभा मे भाजपा और कांग्रेस मे कांटे की टक्कर देखने को मिल रहा है जहां भाजपा ने मसनिया कला से महिला उम्मीदवार कमलेश जांगडे को मैदान मे उतारा है वही कांग्रेस पार्टी ने पूर्व मंत्री डा शिवकुमार डहरिया पर अपना दांव खेला है वही बसपा ने रोहित डहरिया के उपर दांव खेलकर चुनाव को त्रिकोणीय संघर्ष मे बदल दिया है पूर्व मे हुए विधानसभा चुनाव की बात करे तो जांजगीर लोकसभा की आठो विधानसभा सीटो मे कांग्रेस पार्टी ने अपना परचम लहराया था वही भाजपा पार्टी सीटो को लेकर क्लीन स्वीप हो गई थी इसके लिए भाजपा पार्टी ने बीते चुनाव की समीक्षा की थी जिसमे किसानो की कर्ज माफी का मुद्दा जांजगीर लोकसभा के आठो विधानसभाओ मे तेजी से गूंजा था जिसके कारण किसानो ने कांग्रेस पार्टी को वोट देकर यहां की सभी सीटो से कांग्रेस प्रत्याशी को विजयी बनाकर विधानसभा क्षेत्र का नेतृत्व करने रायपुर भेजा विश्वस्त सूत्रो की माने तो बीजेपी भी अब पार्टी के अँदरखाने से किसानो की कर्ज माफी के आँकडे जुटाने की तैयारी मे लगी हुई है क्योकि जांजगीर लोकसभा कृषि प्रधान क्षेत्र है जिसमे अधिकांश परिवार कृषक है और किसानो के वोटो को साधने के लिए भाजपा पार्टी किसानो की कर्ज माफी कर बडा दांव खेल सकती है यही वजह है की भाजपा पार्टी भी जांजगीर लोकसभा के किसानो के कर्ज माफी का बडा प्लान तैयार करने मे जुटी है जिसके लिए बकायदा जांजगीर लोकसभा के किसानो के व्दारा अब तक के लिए गए कर्ज का आँकलन कराने आँकलन प्रपत्र मे आँकडे जुटाने मे लगी हुई है सूत्रो की माने तो किसानो के कर्ज माफी के आँकडे जुटाने का मतलब ही यही है की किसानो के हित मे भाजपा अँदर ही अँदर कोइ बडा कदम उठाने वाली है बहरहाल जांजगीर लोकसभा मे मतदाताओ को लुभाने के लिए तीनो पार्टीयाँ जोर शोर से लगी हुई है