सहारनपुर – पैरा ताइक्वांडो एसोसिएशन के द्वारा गांधी पार्क स्थित डा० भीमराव अम्बेडकर स्पोर्ट्स स्टेडियम में सातवीं नेशनल पैरा ताइक्वांडो चैम्पियनशिप का तीन दिवसीय आयोजन आठ जून से किया गया था। इसका शुभारंभ रिजनल स्पोर्ट्स आफिसर भारत अनिमेष सक्सेना ने किया। इस अवसर पर स्टेडियम में ताइक्वांडो कोच प्रियंका चौहान , पैरा ताइक्वांडो एसोसिएशन भारत के महासचिव सुखदेव राज , टेक्निकल डायरेक्टर स्वराज सिंह , सभी राज्यों के महासचिव एवं प्रशिक्षक समेत अनेकों खिलाड़ियों की गरिमामयी उपस्थिति रही। इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुये उपप्रशिक्षक मोहन आदित्य ने अरविन्द तिवारी को बताया कि सहारनपुर में पहली बार राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता आयोजित की गई थी , जिसमें छत्तीसगढ़ , मध्यप्रदेश , राजस्थान , उत्तराखंड , उत्तरप्रदेश , हरियाणा , दिल्ली , कर्नाटक , तमिलनाडु , वेस्ट बंगाल , झारखंड इत्यादि राज्यों के लगभग एक सौ पचास मूक बधिर , नेत्रहीन , शार्टहाईट एवं व्हीलचेयर के प्रयोग करने वाले खिलाड़ियों ने भाग लिया। इसमें बवनापन , नेत्रहीनता , मानसिक दिव्यांगता , शारीरिक दिव्यांगता , लोकोमोटर दिव्यांगता , बोलने व सुनने की दिव्यांगता जैसे सभी विधाओं में प्रतियोगिता संपन्न कराई गई। तीन दिवसीय इस प्रतियोगिता का पुरस्कार वितरण के साथ आज समापन हुआ। अलग-अलग इवेंट में छग टीम के खिलाड़ियों ने प्रतिभा दिखाते हुये प्रतिद्वंदियों को शिकस्त दी। छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों के आगे प्रतिद्वंदी नहीं टिक सके।बारह वर्षों से नि:शुल्क प्रशिक्षण दे रहे उप प्रशिक्षक मोहन आदित्य के मेहनत के परिणामस्वरूप इस प्रतियोगिता में छत्तीसगढ़ के खिलाड़ियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुये सर्वाधिक छह गोल्ड मैडल हासिल कर ओवरआल चैम्पियन पर अपना कब्जा जमा लिया। इसके अलावा दिल्ली की टीम पांच मेडल के साथ उपविजेता रही , जबकि कर्नाटक की टीम चार गोल्ड के साथ तीसरे नंबर पर रही। पैरा ताइक्वांडो एसोसिएशन के जनरल सेक्रेटरी सुखदेव राज और टैक्निकल डायरेक्टर स्वराज सिंह समेत अन्य अतिथियों ने मैडल जीतने वाले विजेता खिलाड़ियों को मेडल और सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया। छत्तीसगढ़ टीम की इस उपलब्धि पर छत्तीसगढ़ पैरा ताइक्वांडो एसोसिएशन के महासचिव अशोक तिर्की एवं उपप्रशिक्षक मोहन आदित्य , ब्लैक बेल्ट थर्ड डेन कुक्किवों तथा सहायक प्रशिक्षक अभिनव गोप , समाज कल्याण विभाग के विनय तिवारी ने सभी खिलाड़ियों को हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाये प्रेषित किया है। वहीं आशा द होप के संस्था प्रमुख गौरव कपूर ने पूरी टीम को जीत की बधाई दी है। साथ ही सभी खिलाड़ियों के उज्जवल भविष्य की कामना करते हुये उनके इस प्रतिभा के लिये उन्हें प्रोत्साहित किया और भविष्य में उन्हें आगे बढ़ने के लिये यथा संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन भी दिया है। उल्लेखनीय है कि संस्था प्रमुख कपूर इन दिब्यांग बच्चों को आगे बढ़ाने में हमेश तत्पर रहते हैं और इन बच्चों को आत्मनिर्भर बनाने में पुरजोर प्रयास कर रहे हैं।
ये हैं छग टीम के स्टार –
सुनने और बोलने में अक्षम सुश्री इशिका अरोड़ा स्वर्ण पदक , सुनने और बोलने में अक्षम एमएसटी. लक्ष्मी प्रसाद स्वर्ण पदक , बौद्धिक विकलांगता अफ़रोज़ खान स्वर्ण पदक , सुनने और बोलने में अक्षम सुश्री परिनूर रजत पदक , सुनने और बोलने में अक्षम एमएसटी रमन रजत पदक , सुनने और बोलने में अक्षम कृष्णा दुबे स्वर्ण पदक , कोच और डायलिसिस तकनीशियन मोहन आदित्य शारीरिक दिव्यांगता स्वर्ण पदक एवं लोकोमोटर विकलांगता विशेष शिक्षिका सुश्री चंचला पटेल ने स्वर्ण पदक हासिल कर छत्तीसगढ़ का नाम रोशन किया है।